Friday 9 September 2011

मेरे साईं बहुत कष्ट में हैं....

मेरे साईं बहुत कष्ट में हैं.... वो आराम से सो नहीं पा रहे हैं, और उनके नेत्रों (आँखों) से लगातार आँसू बह रहा है... अत: सभी से निवेदन है कि, कृपया इस कलयुग में पाप अर्थात हर किस्म के भ्रष्टाचार (आर्थिक भ्रष्टाचार, सामाजिक भ्रष्टाचार, पारिवारिक भ्रष्टाचार आदि) को कुछ कम करें अथवा कम करने का प्रयास करें...!!!

ताकि मेरे साईं नेत्रों से बहता आँसू  रुक सके और कुछ देर वो आराम से सो सकें...!!!  
शायद हमारे इस कार्य से साईं का कष्ट कुछ कम हो सके ...!!!
सहयोग के लिए आप सबको कोटिश: धन्यवाद....!!!

चंद्रशेखर आज़ाद के अंतिम संस्कार के बारे में जानने के लिए उनके बनारस के रिश्तेदार श्री शिवविनायक मिश्रा द्वारा दिया गया वर्णन पढ़ना समीचीन होगा:-

उनके शब्दों में—“आज़ाद के अल्फ्रेड पार्क में शहीद होने के बाद इलाहाबाद के गांधी आश्रम के एक स...